कोविशील्ड वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग का खतरा? जानिए ताजा रिपोर्ट!

नई दिल्ली: कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर एक बार फिर से ब्लड क्लॉटिंग (थ्रोम्बोसिस) का मुद्दा चर्चा में है। हाल ही में आई कुछ मेडिकल रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि इस वैक्सीन से कुछ लोगों में खून के थक्के जमने (ब्लड क्लॉटिंग) की समस्या देखी गई है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह बहुत ही दुर्लभ मामलों में देखा गया है और इससे घबराने की जरूरत नहीं है।

क्या कहती हैं रिसर्च?
  • वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद बहुत कम मामलों में VITT (वैक्सीन-प्रेरित थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) की संभावना देखी गई है।
  • यूरोप और अमेरिका के कुछ देशों में इस मुद्दे पर जांच की जा रही है, लेकिन WHO और अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने अब तक इसे पूरी तरह से खतरनाक नहीं माना है।
  • भारत सरकार और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस पर स्पष्ट किया है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसके लाभ इससे जुड़े दुर्लभ जोखिमों से कहीं अधिक हैं।
इसे भी पढ़ें: म्यांमार में 7.7 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप से तबाही, थाईलैंड और चीन में भी हुआ भारी नुकसान।
ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण:

अगर किसी को वैक्सीन लेने के बाद निम्नलिखित लक्षण दिखते हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:

  • लंबे समय तक सिरदर्द
  • सांस लेने में दिक्कत
  • सीने में दर्द
  • पैर में सूजन
  • धुंधली दृष्टि या लगातार उलझन
क्या आपको चिंता करनी चाहिए?

विशेषज्ञों का कहना है कि लाखों लोगों को यह वैक्सीन दी जा चुकी है और केवल 0.001% मामलों में ही इस तरह की समस्या सामने आई है। यह बहुत ही दुर्लभ है और इससे बचाव के लिए कोई विशेष सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है। वैज्ञानिक और डॉक्टरों का मानना है कि कोविशील्ड वैक्सीन सुरक्षित है और इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। यदि किसी को कोई असामान्य लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए।

इसे भी पढ़ें: UPI Server Down: कल डिजिटल पेमेंट करने में सभी यूजर्स को हुई परेशानी, जानिए क्या रहे कारण।

Related posts