दून पुलिस की तत्परता से टली बड़ी अनहोनी: गुमशुदा मासूम को नाव घाट से सकुशल किया बरामद।

त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती के दौरान परिजनों से बिछड़ा था 5 वर्षीय बालक, पुलिस ने कुछ ही घंटों में सुरक्षित खोज निकाला

आरती के बाद बिछड़ा मासूम, परिजनों में मचा हड़कंप

ऋषिकेश: 11 जून 2025 को सुधीर पांडे निवासी हल्दी थाना बलिया (उत्तर प्रदेश)  अपने परिवार संग ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट गंगा आरती में शामिल हुए थे। आरती समाप्ति के बाद उनका 5 वर्षीय बेटा भीड़ में परिजनों से बिछड़ गया, जिससे परिवार में अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने तुरंत त्रिवेणी घाट चौकी को घटना की सूचना दी।

सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी त्रिवेणी घाट ने तत्काल कार्यवाही करते हुए कई पुलिस टीमों का गठन किया। इन टीमों को अलग-अलग स्थानों पर सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया। साथ ही सीसीटीवी फुटेज की मदद से भी बच्चे की खोजबीन शुरू हुई।

इसे भी पढ़ें: देहरादून में रह रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने किया डिपोर्ट।

सघन तलाशी के बाद नाव घाट पर मिला मासूम

लगातार प्रयासों के बाद रात्रि करीब 9:30 बजे मायाकुंड नाव घाट के पास एक बालक गंगा में अकेले स्नान करता हुआ मिला। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे तुरंत बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। हुलिया मिलने पर बालक की पहचान की गई और फिर उसे चौकी लाया गया।

माता-पिता ने नम आँखों से जताया आभार

बालक को सकुशल पाकर माता-पिता भावुक हो उठे और उन्होंने दून पुलिस का तहे दिल से धन्यवाद किया। उनके अनुसार, यदि समय पर पुलिस की सहायता न मिली होती तो अनहोनी हो सकती थी। पुलिस की इस मानवीय कार्यवाही की स्थानीय लोगों ने भी सराहना की।

इसे भी पढ़ें: हेलिकॉप्टर हादसों पर सख्त सीएम धामी: सुरक्षा मानकों से कोई समझौता नहीं, ऑपरेटरों को दी सख्त हिदायत।

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उत्तराखंड पुलिस सिर्फ कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि जन सेवा और मानवीयता में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। त्वरित कार्रवाई, समर्पण और संवेदनशीलता के लिए पुलिस टीम को जनता का आभार प्राप्त हो रहा है।

Related posts

Leave a Comment