क्षेत्रीय तनाव के बीच भारत सरकार की तेज़ कार्रवाई, सभी छात्र सकुशल दिल्ली पहुंचे
ईरान से बढ़ते खतरे के बीच भारत सरकार की त्वरित पहल
नई दिल्ली: ईरान में बढ़ते सुरक्षा संकट के बीच भारत सरकार ने एक बड़ी और त्वरित कूटनीतिक व मानवीय कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत वहां फंसे 110 भारतीय छात्रों को सकुशल निकाल लिया है। इन सभी छात्रों को अरमेनिया के जरिए दिल्ली एयरपोर्ट तक सुरक्षित पहुंचाया गया। रेस्क्यू मिशन की यह सफलता केंद्र सरकार की तत्परता और विदेश मंत्रालय की कुशल रणनीति का प्रमाण है।
मेडिकल छात्र थे मुख्य रूप से प्रभावित
ये सभी छात्र ईरान के उरमिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे। क्षेत्रीय अस्थिरता और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए भारत सरकार ने विशेष फ्लाइट की व्यवस्था की और उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिल्ली लाया गया। छात्रों और उनके परिवारों ने इस रेस्क्यू के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है।
इसे भी पढ़ें: मध्य पूर्व में बढ़ा तनाव: खामेनेई ने इजरायल के खिलाफ किया संघर्ष का एलान, ट्रंप ने ईरान के हवाई क्षेत्र पर जताया दावा।
इन छात्रों को लेकर विशेष विमान जब 19 जून की रात दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा, तो वहां केंद्रीय अधिकारियों द्वारा छात्रों का सादा लेकिन सम्मानजनक स्वागत किया गया। स्वास्थ्य जांच और अन्य कस्टम औपचारिकताओं के बाद सभी छात्रों को घर भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई।
भारत की वैश्विक जिम्मेदारी और नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता
‘ऑपरेशन सिंधु’ भारत सरकार के उन निरंतर प्रयासों की एक और मिसाल है, जहां दुनिया के किसी भी कोने में संकट में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाना प्राथमिकता रही है। इससे पहले भी ऑपरेशन गंगा (यूक्रेन), ऑपरेशन कावेरी (सूडान) जैसे अभियान सफलतापूर्वक चलाए जा चुके हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा:
“हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऑपरेशन सिंधु के माध्यम से हमने फिर से साबित किया है कि संकट की घड़ी में भारत अपने नागरिकों के साथ मजबूती से खड़ा रहता है।”
‘ऑपरेशन सिंधु’ न केवल भारत सरकार की मानवीय संवेदनशीलता और रणनीतिक तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी प्रमाणित करता है कि भारतीय नागरिक कहीं भी हों, सरकार उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करती है।