12 जून को हुए भीषण हादसे के बाद Air India ने Dreamliner विमानों की सुरक्षा जांच की तेज, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी पड़ा असर
हादसे के बाद कड़ा कदम: Dreamliner फ्लीट की जांच शुरू
नई दिल्ली: Air India ने अपनी Boeing 787 Dreamliner फ्लीट की संपूर्ण तकनीकी जांच शुरू कर दी है। यह कदम 12 जून को हुए भीषण हादसे के बाद उठाया गया है जिसमें अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 271 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जांच में विमानों की सुरक्षा प्रणाली, इंजन और तकनीकी सॉफ्टवेयर की गहन समीक्षा की जा रही है।
अब तक रद्द की गईं 66 उड़ानें, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
सुरक्षा जांच के चलते अब तक 66 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। इनमें दिल्ली–मेलबर्न और दुबई–चेन्नई जैसी कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। रद्द उड़ानों के कारण हजारों यात्रियों की योजनाएं प्रभावित हुई हैं, और एयरलाइंस को टिकटों की रिफंड प्रक्रिया तथा वैकल्पिक बुकिंग से जूझना पड़ रहा है।
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Dreamliner पर उठे सवाल, DGCA ने शुरू की स्वतंत्र जांच
भारतीय विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने हादसे के कारणों की स्वतंत्र जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती रिपोर्ट में इंजन फेल्योर और संभावित मेंटेनेंस लापरवाही की संभावना जताई गई है। DGCA द्वारा सुरक्षा मानकों की दोबारा समीक्षा की जा रही है, और अन्य एयरलाइंस को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
Air India के लिए यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी संकट नहीं बल्कि एक विश्वास की परीक्षा बन गया है। हाल ही में टाटा ग्रुप द्वारा अधिग्रहण के बाद एयरलाइन की छवि सुधारने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन यह हादसा कंपनी की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा रहा है।
यात्रियों के लिए सलाह: यात्रा से पहले करें स्थिति की जांच
वर्तमान हालात को देखते हुए यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी बुकिंग की स्थिति, उड़ान की पुष्टि और संभावित देरी या रद्दीकरण के बारे में एयर इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर केयर से जानकारी प्राप्त करें।
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Air India की Dreamliner उड़ानों से जुड़ा यह हादसा न केवल एक त्रासदी है, बल्कि भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए एक चेतावनी भी है। उम्मीद है कि इस जांच से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर सुरक्षा मानकों को और अधिक मजबूत किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।