सवांददाता, देहरादून: उत्तराखंड में होने वाली चारधाम यात्रा 2025 को लेकर इस बार कई अहम बदलावों की मांग उठ रही है। तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज ने यूट्यूबर्स, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और रील निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा होती है और यात्रा का पवित्र माहौल प्रभावित होता है। आगामी चारधाम यात्रा में यूट्यूबर्स और रील बनाने वालों की एंट्री रोकने की मांग तेज हो गई है। पंडा समाज और तीर्थ पुरोहित समाज का कहना है कि इससे अव्यवस्था बढ़ती है और श्रद्धालुओं को दर्शन में दिक्कत होती है। साथ ही, पैसे देकर वीआईपी दर्शन की सुविधा पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है।
हाइलाइट्स:
- मई माह से शुरू होगी चारधाम यात्रा (2025)।
- चारधाम यात्रा में यूट्यूबर्स और रील बनाने वालों की एंट्री रोकने की मांग हुई तेज।
- साथ ही पैसे देकर वीआईपी दर्शन की सुविधा पर भी प्रतिबंध लगाने की उठी मांग।
- इस विषय पर विचार कर रही है सरकार, चारधाम यात्रा 2025 की गाइडलाइंस में बदलाव होना संभव।
इसे भी पढ़ें: हरिद्वार में 5 अवैध मदरसों को किया गया सील, सीएम धामी के निर्देश पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
क्यों उठ रही है यह मांग?
- अव्यवस्था और भीड़ – सोशल मीडिया कंटेंट बनाने वाले लोग वीडियो शूट करने के लिए लंबा समय लेते हैं, जिससे अन्य श्रद्धालुओं को दर्शन में देरी होती है।
- धार्मिक स्थल का सम्मान – कई बार रील बनाने वाले ऐसे वीडियो शूट करते हैं जो धार्मिक मूल्यों के विपरीत होते हैं।
- यात्रा का उद्देश्य बदल रहा है – स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ लोग तीर्थ यात्रा को धार्मिक भावनाओं से नहीं बल्कि फेम और वायरल वीडियो बनाने के लिए कर रहे हैं।
वीआईपी दर्शन पर भी उठे सवाल:
चारधाम यात्रा के दौरान VIP दर्शन की सुविधा को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि सामान्य श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में लगना पड़ता है, जबकि वीआईपी लोग सीधे मंदिर में प्रवेश कर लेते हैं। उत्तराखंड सरकार इस विषय पर विचार कर रही है और चारधाम यात्रा 2025 की गाइडलाइंस में बदलाव संभव है। यात्रियों की सुविधा और धार्मिक अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त नियम लागू किए जा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: सरेआम गुंडई दिखाने वालों को 24 घंटे के अन्दर दून पुलिस ने पहुँचाया जेल, प्रेमनगर क्षेत्र में युवक पर हुई थी फायरिंग की घटना।
चारधाम यात्रा 2025 को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए रील निर्माताओं और वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेजी से बढ़ रही है। अगर सरकार इस पर कोई ठोस निर्णय लेती है, तो यह यात्रा अधिक व्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक हो सकती है।