उत्तरकाशी जिले में खनन माफियाओं के हौसलें बुलंद, शिकायत करने वाले को जान से मारने की करी कोशिश

सवांददाता, देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में खनन माफियाओं द्वारा पुलिस सुरक्षा में अवैध खनन की शिकायत करने वालों को कुचलने की कोशिश का मामला सामने आया है। पुलिस ने मौके से मुख्य आरोपी नगर पालिका परिषद् बड़कोट के अध्यक्ष विनोद डोभाल एवं उसके साथी अंकित रमोला को गिरफ्तार कर लिया है।

आपको बता दें कि थाना बड़कोट पुलिस को दी गयी तहरीर में प्रवीण सिंह रावत ग्राम कांसेरू और विनोद रावत ने बताया कि वह देहरादून से उत्तरकाशी जा रहे थे। नौगांव से राजगड्डी मोटर मार्ग पर जत्था पलेथा मोटर मार्ग से डेढ़ सौ मीटर आगे नदी में क्रशर के द्वारा कुछ लोगों को खनन करते हुए देखा गया। इसके तुरंत उपरांत उन्होंने 112 पर कॉल करके पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें उस स्थान का रास्ता दिखाने के लिए कहा जहां पर खनन हो रहा था। इस दौरान पुलिस को मौके पर आते हुए देख नदी में खनन करने वाले लोग वहां से फरार हो गए। कुछ देर बाद मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल और अंकित रमोला मौके पर पहुंचे और बहस करने लगे। झगड़े से बचने के लिए प्रवीण सिंह रावत और विनोद रावत बड़कोट के लिए निकले, तो आरोपियों ने उनका पीछा शुरू कर दिया। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची। इसी दौरान पॉन्टी पुल के पास पीछे से आ रही तहसीलदार की गाड़ी को ओवरटेक करते हुए आरोपियों ने प्रवीण सिंह रावत की कार को टक्कर मार दी। वह दोनों खाई में गिरने से बाल-बाल बचे। अंकित रमोला उस कार को ड्राइव कर रहा था जबकि बगल में नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल बैठे थे। कार को टक्कर मारकर दोनों भाग गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों पर धारा 307 (109BNS) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि विनोद डोभाल अभी हाल ही में नगर पालिका अध्यक्ष बड़कोट निर्वाचित हुए हैं और वह क्षेत्र के निर्दलीय विधायक संजय डोभाल के भाई हैं। विनोद डोभाल पूर्व में लैंड फ्रॉड के मामले में दो बार जेल जा चुका है। वहीं डोभाल का पार्टनर अंकित रमोला, हाकम सिंह रावत के साथ नकल माफिया के तौर पर पूर्व में जेल में सजा काट चुका है। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है क्योंकि जिस हिसाब से खनन माफियाओं के इरादे मजबूत हुए हैं उसको देखते हुए हर व्यक्ति डरा हुआ है। इस घटनाक्रम के बाद शासन-प्रशासन ने माफिया के इरादे को भांपकर पुरोला में पीएसी तैनात कर दी है।

 

Related posts