खुशखबरी: देवबंद-रुड़की नई रेलवे लाइन को मिली सीआरएस की मंजूरी, दिल्ली-देहरादून यात्रा होगी 40 किमी छोटी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का जताया आभार। उत्तराखण्ड में रेलवे विकास को मिली नई गति

रुड़की: उत्तराखण्ड के विकास की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। देवबंद-रुड़की नई रेलवे लाइन परियोजना की 29.55 किलोमीटर लंबाई को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) से मंजूरी मिल गई है। इस खंड पर हाल ही में 122 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल स्पीड ट्रायल भी किया गया, जो तकनीकी रूप से बड़ी सफलता मानी जा रही है।

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इस परियोजना के शुरू होने से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी लगभग 40 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी और यात्रियों को और अधिक सुविधा मिलेगी।

उत्तराखण्ड को रेलवे कनेक्टिविटी में बड़ी राहत

मैप के जरिये देखिये की कितनी दुरी हुई कम
मैप के जरिये देखिये की कितनी दुरी हुई कम

परियोजना को मिली स्वीकृति से उत्तराखण्ड के लोगों को बेहतर रेल सेवा मिलने की उम्मीद है। खासकर पर्यटन, रोजगार और व्यापार के क्षेत्र में यह परियोजना नया मुकाम तय करेगी।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान

देवबंद-रुड़की रेलवे लाइन परियोजना उत्तराखण्ड के लोगों के लिए विकास के नए द्वार खोलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का जो विकास हो रहा है, वह अभूतपूर्व है। मैं पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी का हृदय से धन्यवाद करता हूं।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड में रेलवे नेटवर्क को मज़बूत करना राज्य सरकार की प्राथमिकता रही है और यह परियोजना उसी दिशा में ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री धामी ने रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का भी विशेष धन्यवाद किया और कहा कि उनके कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में यह परियोजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है।

परियोजना के मुख्य लाभ

  • 40 किमी दूरी की कटौती से यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी।
  • 122 किमी/घंटा की गति से सफल ट्रायल।
  • क्षेत्रीय विकास, पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर।
  • उत्तराखंड में रेलवे नेटवर्क के विस्तार को मिलेगा नया आयाम।
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