गोपेश्वर में गुलदार का आतंक: बुजुर्ग पर हमला, स्कूली बच्चों ने दौड़कर बचाई जान।

सुबह 7:15 बजे गैर पुल क्षेत्र की घटना, वन विभाग की टीम पहुंची मौके पर

चमोली: उत्तराखंड के गोपेश्वर नगर क्षेत्र से सटे गैर पुल के पास मंगलवार सुबह लगभग 7:15 बजे एक बुजुर्ग पर गुलदार ने हमला कर दिया। सुरेंद्र सिंह नेगी निवासी गैर टंगसा पर झपट्टा मारते हुए गुलदार ने उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद अब उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है।

हाइलाइट्स

  • घटना का समय: सुबह 7:15 बजे, गैर पुल क्षेत्र।
  • घायल व्यक्ति: सुरेंद्र सिंह नेगी, गंभीर रूप से घायल।
  • बच्चे बचे भागकर, बड़ा हादसा टला।
  • रेस्क्यू अभियान जारी, गुलदार नदी की ओर भागा।
  • स्थानीयों ने वन विभाग से गश्त बढ़ाने की मांग की।
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स्कूली बच्चों की सतर्कता से टला बड़ा हादसा

घटना के समय पास से गुजर रहे राजकीय इंटर कॉलेज टंगसा के स्कूली छात्रों ने जब गुलदार को देखा तो भागकर अपनी जान बचाईबच्चों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। अब बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं और ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है।

वन विभाग पहुंचा मौके पर, लेकिन उपकरणों की कमी खली

गुलदार के हमले की सूचना मिलते ही थाना गोपेश्वर की पुलिस टीम और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि, रेस्क्यू के लिए जरूरी उपकरण उनके पास मौजूद नहीं थे। इसके चलते गुलदार को पकड़ने में देरी हुई। बाद में दूसरी टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू अभियान प्रारंभ किया, लेकिन गुलदार नदी की ओर भाग गया

ग्रामीणों ने सुरक्षा और गश्त बढ़ाने की उठाई मांग

स्थानीय निवासी सुनील नाथन ने केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और वन्य जीव नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में भालू और गुलदार जैसे जानवर लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में घुसपैठ कर रहे हैं, जिससे आमजन में दहशत का माहौल बना हुआ है।

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मानव-वन्यजीव संघर्ष पर फिर उठा सवाल

यह घटना उत्तराखंड में तेजी से बढ़ते मानव-वन्य जीव संघर्ष की गंभीरता को दर्शाती है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हमलावर गुलदार को पकड़ा नहीं जाता, तब तक लोग डर के साये में जीने को मजबूर रहेंगे।

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