देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले 17 कार्यकर्ता और 195 सहायिकाओं को नियुक्ति, जल्द ही पूरे प्रदेश में जारी होंगी नियुक्तियां
देहरादून में हुआ नियुक्ति कार्यक्रम, मंत्री ने कहा – सेवा का अवसर है यह पद
विशेष सवांददाता, देहरादून: उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने मंगलवार को देहरादून जनपद से चयनित 212 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे।
यह कार्यक्रम वीर माधो सिंह भंडारी तकनीकी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। मंत्री ने नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा कि यह पद केवल रोजगार नहीं, बल्कि समाज सेवा का एक माध्यम है।

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ऑनलाइन प्रक्रिया से हुई पहली बार भर्ती, अन्य जिलों में भी जल्द नियुक्ति
रेखा आर्या ने बताया कि प्रदेशभर में 722 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 6330 सहायिकाओं की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जा रही है। यह भर्ती पहली बार पूरी तरह ऑनलाइन मोड में संपन्न हुई है।
देहरादून जिले में सबसे पहले 17 कार्यकर्ता और 195 सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। शेष 12 जनपदों में भी जल्द नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे।
युवा महिलाओं को मिला रोजगार का अवसर और आत्मनिर्भरता की राह
इस अवसर पर नियुक्त की गईं कई युवा और शिक्षित महिलाओं ने अपनी प्रेरणादायक बातें साझा कीं:
- रंगीता तोमर (18 वर्ष), कालसी निवासी और बीएससी की छात्रा, सबसे कम उम्र की नियुक्त कार्यकर्ता बनीं। उन्होंने कहा, “रिमोट एरिया में रोजगार के अवसर कम हैं, इसलिए जो मिला उसे पूरी लगन से अपनाया।”
- आकांक्षा नेगी (22 वर्ष), सरकारी नौकरी की तैयारी के साथ-साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता और जनसेवा के लिए आंगनबाड़ी को चुना।
- प्रीति चौहान (21 वर्ष), विकासनगर निवासी और बीबीए स्नातक, ने कहा कि यह कार्यक्षेत्र का अनुभव और आत्मनिर्भरता दोनों देगा।
- अंजना प्रकाश (24 वर्ष), भराया निवासी और बीएड धारक, ने इसे मानदेय से शुरुआत मानते हुए भविष्य में अन्य सरकारी अवसरों के लिए भी उत्साह जताया।
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तीन महीने में पूरी हुई चयन प्रक्रिया
मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी दी कि यह पूरी चयन प्रक्रिया सिर्फ तीन महीने में पूरी की गई। इस मौके पर डीपीओ एसके त्रिपाठी, सीडीपीओ नीतू फुलेरा समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी कर्मी कल्याण कोष योजना के तहत राज्य की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है। योजना के तहत:
- प्रत्येक कर्मी को न्यूनतम ₹30,000 की सहायता राशि दी जाएगी।
- यदि आंगनबाड़ी कर्मी 20 वर्षों की सेवा पूर्ण करती हैं, तो उन्हें ₹1,30,000 तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
- जमा की गई धनराशि पर 5% वार्षिक ब्याज वृद्धि का लाभ भी मिलेगा।
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आवेदन की प्रक्रिया और पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए कर्मियों को निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना होगा:
- 60 वर्ष की अधिवर्षता आयु पूर्ण होनी चाहिए।
- आवेदन संबंधित क्षेत्र के सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) कार्यालय में किया जा सकता है।