Sensex और Nifty में 1% से ज्यादा की गिरावट, निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर
Share Market: कमजोर वैश्विक संकेतों, अमेरिका की आक्रामक ब्याज दर नीति, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर अनिश्चितता और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी जैसे कारणों से आज भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 872.98 अंक टूटकर 81,186.44 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 261.55 अंक गिरकर 24,683.90 के स्तर पर आ गया।
कमजोर ग्लोबल संकेत: फेड के बयान और जापान बॉन्ड यील्ड से बढ़ी चिंता
अमेरिका के अटलांटा फेडरल रिजर्व प्रमुख राफेल बोस्टिक के अनुसार, 2025 में केवल एक बार ब्याज दर में कटौती की संभावना है। इससे स्पष्ट है कि महंगाई पर पूरी तरह काबू नहीं पाया गया है, जिससे ग्लोबल इक्विटी मार्केट दबाव में आ गए हैं।
इसे भी पढ़ें: Share Market News in Hindi: शेयर बाजार में हल्की तेजी, निवेशकों के लिए फायदे और सतर्कता दोनों के संकेत।
इसके अलावा, जापान के 20 और 30 साल के बॉन्ड यील्ड रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए, जिससे जापान की राजकोषीय स्थिति पर सवाल उठे हैं। इससे एशियाई बाजारों में नकारात्मक प्रभाव पड़ा और भारतीय बाजार भी इससे अछूता नहीं रहा।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर कोई ठोस घोषणा नहीं, बाजार में निराशा
कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल का चार दिवसीय अमेरिका दौरा संपन्न हो गया है, लेकिन बहुप्रतीक्षित ट्रेड डील को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह समझौता बाजार के लिए बड़ा सकारात्मक ट्रिगर बन सकता है, लेकिन जब तक इसकी घोषणा नहीं होती, तब तक निवेशकों का रुख सतर्क बना रहेगा।
डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला, विदेशी फंड की निकासी बनी चिंता का कारण
शुरुआती कारोबार में रुपया 13 पैसे टूटकर 85.55 प्रति डॉलर पर आ गया। इसके पीछे प्रमुख कारण था अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल, जिससे डॉलर मजबूत हुआ और इमर्जिंग मार्केट करंसीज़ पर दबाव बना। साथ ही, एफआईआई की लगातार बिकवाली भी रुपये को कमजोर कर रही है।
मूडीज़ ने घटाया अमेरिका का आउटलुक, बढ़ी वैश्विक बेचैनी
रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने अमेरिका के सॉवरेन डेट का आउटलुक निगेटिव कर दिया है। यह कदम लंबी अवधि की वित्तीय अनुशासन की चिंता को दर्शाता है। इससे वैश्विक बाजारों में बेचैनी बढ़ गई है और निवेशक अब रिस्क अवर्जन मोड में आ गए हैं।
इसे भी पढ़ें: 10 रूपये से कम वाले शेयर (Share), जो 2025 के अंत तक देंगे अच्छा मुनाफा!
कोविड मामलों में उछाल ने निवेशकों को किया सतर्क
हांगकांग और सिंगापुर जैसे एशियाई शहरों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। भारत में भी 12 मई से मामलों में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है, जिससे बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। स्वास्थ्य संकट की पुनरावृत्ति की संभावना से निवेशक सतर्क हो गए हैं।
इन शेयरों ने दिखाई मजबूती, Coal India टॉप गेनर
कंपनी | लास्ट प्राइस | % लाभ |
Coal India |
₹408.10 | 1.34% |
ONGC |
₹249.26 | 1.09% |
Tata Steel |
₹158.69 | 0.71% |
Hindalco |
₹662.75 | 0.67% |
Dr. Reddy’s Labs |
₹1224.20 | 0.43% |
अनिश्चितता के दौर में सतर्क निवेश जरूरी
भारतीय शेयर बाजार गिरावट कारण स्पष्ट रूप से वैश्विक कारकों से जुड़े हैं— जैसे अमेरिकी फेड नीति, जापान की बॉन्ड यील्ड, मूडीज़ का डाउनग्रेड और कोविड की वापसी। साथ ही, ट्रेड डील की प्रतीक्षा और एफआईआई का रुख भी बाजार की दिशा तय कर रहे हैं। इस समय निवेशकों को सतर्क रहने, पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखने और केवल फंडामेंटली मजबूत स्टॉक्स में ही निवेश करने की सलाह दी जा रही है।