ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर से 2 किमी के दायरे में रहने वाले ग्रामीणों को मिलेगा ₹60,000 तक का अनुदान
उत्तराखंड: पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार ने ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना शुरू की है। इस योजना के तहत ट्रैकिंग रूट्स के पास स्थित गांवों के ग्रामीणों को होम स्टे निर्माण और साज-सज्जा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
क्या मिलेगा योजना के अंतर्गत?
इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा निम्नलिखित आर्थिक सहायता दी जा रही है:
- भवन निर्माण (शौचालय सहित) हेतु: ₹60,000 प्रति कक्ष।
- पूर्व निर्मित कक्षों की साज-सज्जा हेतु: ₹25,000 प्रति कक्ष।
यह सहायता केवल उन्हीं ग्रामीणों को दी जाएगी जो ट्रैक्शन सेंटर से 2 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं।
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आवेदन के लिए आवश्यक शर्तें
होम स्टे अनुदान प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्तों का पालन करना आवश्यक है:
- होम स्टे का पंजीकरण अनिवार्य है।
- आवेदक गांव का मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक और उसका परिवार उसी भवन में निवास करता हो जहाँ होम स्टे संचालित किया जाना है।
- पारंपरिक पहाड़ी शैली के भवनों को प्राथमिकता दी जाएगी।
किन्हें मिलेगा योजन का लाभ?
इस योजना का लाभ उन ग्रामीणों को मिलेगा जो पर्यटकों के लिए आवास उपलब्ध कराने में रुचि रखते हैं और ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटरों के आस-पास 2 किमी की परिधि में रहते हैं। यह योजना स्थानीय लोगों के लिए आय का नया स्रोत बन सकती है।
उद्देश्य – ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा और स्थानीय लोगों को रोजगार
उत्तराखंड पर्यटन विभाग की यह पहल राज्य में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए की गई है। इससे न केवल पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति का अनुभव मिलेगा बल्कि ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति भी सशक्त होगी।
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योजना से संबंधित अधिक जानकारी उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट या संबंधित जिला पर्यटन कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। यदि आप इस योजना के पात्र हैं, तो समय रहते आवेदन करें और पर्यटन से जुड़कर अपने जीवन में नया बदलाव लाएं।