आंगनबाड़ी भर्ती के बाद अब नई महिला कल्याण योजनाओं पर तेजी से काम, महिला और बाल सुरक्षा को लेकर कई नई योजनाएं अंतिम चरण में
देहरादून: प्रदेश की महिलाओं और बच्चों के लिए एक बार फिर उत्तराखंड सरकार ने राहत और प्रगति का संदेश दिया है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 7000 से अधिक आंगनबाड़ी और सहायिका पदों पर चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 20 मई 2025 के बाद चयनित महिलाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह जानकारी विधानसभा स्थित सभागार में आयोजित विभागीय बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दी गई।
इसे भी पढ़ें: अब सड़क हादसों के घायलों को मिलेगा 7 दिन तक 1.5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज, योजना देशभर में लागू।
बैठक में महिला कल्याण कोष को और प्रभावशाली बनाने पर जोर दिया गया। आपदा, दुर्घटना या किसी अन्य संकट की स्थिति में महिलाओं और बच्चों को तुरंत सहायता मिले, इसके लिए योजना का फाइनल स्वरूप तैयार कर कैबिनेट से पास कराने के निर्देश दिए गए हैं।
जल्द लागू होगी मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा शुभ जीवन योजना
इसके अलावा, बैठक में ‘मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा शुभ जीवन योजना’ पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के बाद के 1000 दिन तक पोषण, स्वास्थ्य और बाल देखभाल संबंधी मदद दी जाएगी।
प्रदेश की बेटियों को इंटरमीडिएट के बाद ग्रेजुएशन और स्किल बेस्ड कोर्सेज में आर्थिक सहायता देने के लिए नंदा गौरा योजना का विस्तार करने की योजना भी तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस योजना को जल्द अंतिम रूप देकर लागू किया जाए।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड में मई माह के अंत में फिर शुरू होंगे RTE के तहत आवेदन, 3 से 6 साल तक के बच्चों को मिलेगा मुफ्त प्रवेश।
बैठक में प्रमुख अधिकारी जैसे सचिव श्री चंद्रेश कुमार, निदेशक श्री प्रशांत आर्य, सुश्री आरती बलोदी, श्री मोहित चौधरी, उपनिदेशक श्री विक्रम आदि उपस्थित रहे।