राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात तक फैला था नेटवर्क, “ब्लाइंड मैरेज” और गुलामी के लिए होती थी बिक्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 15 से अधिक नाबालिग लड़कियों को झांसा देकर विभिन्न राज्यों में बेचने का मामला सामने आया है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से मानव तस्करी के एक खतरनाक जाल का खुलासा हुआ है, जो अब तक अंधेरे में था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरोह के सदस्य गरीब और पिछड़े तबके की लड़कियों को बहला-फुसलाकर उन्हें बेहतर जीवन, शादी और रोजगार का झांसा देते थे। इसके बाद उन्हें राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में ले जाकर “ब्लाइंड मैरेज” (अंधी शादियों) के ज़रिए बेच दिया जाता था। कई मामलों में इन लड़कियों को घरेलू नौकरानी या खेतों में काम के लिए भी गुलामी जैसी स्थिति में धकेल दिया गया।
इसे भी पढ़ें: “ऑपरेशन कालनेमि” की बड़ी सफलता: देहरादून पुलिस ने पकड़े 25 ढोंगी बाबा, बांग्लादेशी नागरिक भी गिरफ्तार।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कई राज्यों की पुलिस कर रही संयुक्त जांच
इस मामले में पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगनाओं को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से कई फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन और संदिग्ध लेन-देन से जुड़ी डायरी भी बरामद की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब कई राज्यों की पुलिस एजेंसियां मिलकर जांच कर रही हैं।
यह घटना एक बार फिर देश में महिला सुरक्षा और बाल संरक्षण पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ब्लाइंड मैरेज के नाम पर चल रही इस मानव तस्करी ने कानून व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में समुदाय स्तर पर जागरूकता और सतर्कता बेहद ज़रूरी है।
पुलिस का दावा: जल्द सामने आएंगे और भी बड़े खुलासे
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान गिरोह से जुड़े और नामों की जानकारी मिली है और आगे की कार्रवाई तेज़ी से की जा रही है। अनुमान है कि देशभर में इस नेटवर्क की और भी शाखाएं सक्रिय हो सकती हैं।