2018 में बने थे नियमबद्ध खोखे, अब डबल लाइन बनाकर किराये पर देने की चर्चा
देहरादून: छह नंबर पुलिया में स्थित नगर निगम के स्मार्ट वेंडिंग जोन में फर्जीवाड़े और अव्यवस्था की आशंका जताई जा रही है। वर्ष 2018 में यहां नियमबद्ध रूप से फल और सब्जी के खोखे आवंटित किए गए थे, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। नगर निगम की जेब्रा फोर्स ने हाल ही में यहां निरीक्षण किया और प्रारंभिक तौर पर कई गड़बड़ियों के संकेत मिले हैं।
डबल लाइन में तब्दील हुआ वेंडिंग जोन, किराए पर दिए गए खोखे
शुरुआत में यह वेंडिंग जोन सिंगल लाइन में था, ताकि सड़क पर जाम न लगे। लेकिन अब यह डबल लाइन में तब्दील हो चुका है। सूत्रों की मानें तो कई खोखों को किराए पर दे दिया गया है, जबकि नियमों के अनुसार यह प्रतिबंधित है।
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नगर निगम अब 2018 में आवंटित खोखों की सूची के आधार पर मौजूदा संचालकों का सत्यापन कर रहा है। इसके लिए भूमि अनुभाग की टीम मौके पर जाकर जांच करेगी और पता लगाएगी कि कहीं वेंडिंग क्षेत्र का अनधिकृत विस्तार तो नहीं कर लिया गया है।
कार्ड सिस्टम हुआ निष्क्रिय, खोखाधारक नहीं कर रहे नियमों का पालन
जब स्मार्ट वेंडिंग जोन की शुरुआत हुई थी, तब प्रत्येक आवंटित दुकानदार को एक पहचान कार्ड जारी किया गया था। लेकिन अब यह कार्ड प्रणाली ठप पड़ चुकी है, और खोखाधारक कार्ड नहीं पहनते। इससे असली और फर्जी संचालकों की पहचान मुश्किल हो रही है।
स्थानीय विधायक और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी मंडी में फैलती अव्यवस्था पर चिंता जताई है और मांग की है कि खोखे सिर्फ तय स्थानों पर ही लगाए जाएं, ताकि जाम की समस्या न हो।
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भूमि अधीक्षक सुधा यादव ने बताया कि मौके पर जाकर एक-एक खोखे का सत्यापन किया जाएगा, और यदि अनियमितता पाई जाती है, तो कार्रवाई तय है।
शहर का पहला स्मार्ट वेंडिंग जोन
यह वेंडिंग जोन दून शहर का पहला स्मार्ट वेंडिंग जोन था। जिसका उद्घाटन 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने किया था। इसका उद्देश्य फुटपाथ अतिक्रमण रोकना और व्यवस्थित रेहड़ी व्यापार को बढ़ावा देना था।