सवांददाता, टिहरी: जिला उद्योग केंद्र नरेंद्र नगर टिहरी गढ़वाल में दो माह का जूट आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम, स्पेशल कंपोनेंट प्लान ( S.C.P) के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री (राज्य स्तरीय उद्यमिता विकास परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती विनोद प्रभाकर उनियाल जी ने महिलाओं से बातचीत की व उनके जूट आधारित कार्य को परखा।
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जूट आधारित प्रशिक्षण में जूट (पटसन) से संबंधित विभिन्न कौशल और तकनीकों की शिक्षा दी जाती है। यह प्रशिक्षण जूट के उत्पादन, प्रसंस्करण, और इसके उपयोग से जुड़े विभिन्न पहलुओं को कवर करता है। इसमें निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:
प्रसंस्करण और फाइबर उत्पादन:
- जूट छीलने और सुखाने की प्रक्रिया।
- जूट फाइबर की ग्रेडिंग और भंडारण।
- जूट के रेशों की सफाई और उपचार।
जूट उत्पादों का निर्माण:
- जूट से बैग, चटाई, रस्सी, कालीन, बोरी, और सजावटी सामान बनाना।
- जूट के धागे और कपड़े तैयार करना।
- जूट से बने हस्तशिल्प और घरेलू उपयोग के सामानों का निर्माण।
उद्योग में व्यावसायिक कौशल:
- जूट उत्पादों की मार्केटिंग और व्यापार।
- उद्यमिता और स्टार्टअप आइडियाज।
- सरकारी योजनाओं और अनुदानों की जानकारी।
जूट आधारित इको-फ्रेंडली पहल:
- जैविक जूट उत्पादों का उत्पादन।
- प्लास्टिक के विकल्प के रूप में जूट उत्पादों का उपयोग।
- पर्यावरण संरक्षण में जूट का महत्व।